सती माता कंचन देवी मंदिर: तलावड़ा में 76 साल बाद पुनर्निर्माण की नई शुरुआत

 

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राजस्थान के सवाई माधोपुर जिले के तलावड़ा गांव में सती माता कंचन देवी का भव्य मंदिर बन रहा है। लगभग 51 लाख रुपये की लागत से तैयार हो रहे इस मंदिर का 90 प्रतिशत निर्माण कार्य पूरा हो चुका है। गांव में 76 वर्ष पहले सती हुई कंचन देवी की स्मृति में यह मंदिर बनाया जा रहा है।

सती माता कंचन देवी की कहानी

गांव के बुजुर्गों और स्थानीय इतिहास के अनुसार, सन् 1949 में मात्र 12 वर्ष की कंचन देवी का विवाह 14 वर्षीय किशनलाल से हुआ था। लेकिन कुछ वर्षों बाद किशनलाल का निधन हो गया, जिससे परिवार और गांव में शोक की लहर दौड़ गई।

तब कंचन देवी ने 16 वर्ष की आयु में सती होने का निर्णय लिया। प्राचीन रीति-रिवाजों के अनुसार, उन्होंने अपने पति की चिता में सती होकर प्राण त्याग दिए। इस घटना के बाद, गांववासियों ने उनकी स्मृति में एक छोटा मंदिर बनवाया, जो धीरे-धीरे समय के साथ क्षतिग्रस्त हो गया।

मंदिर का पुनर्निर्माण और निर्माण कार्य

लगभग पांच वर्ष पहले, गांव के सर्वसमाज ने माता कंचन देवी के मंदिर के पुनर्निर्माण का संकल्प लिया। ग्रामीणों और श्रद्धालुओं ने चंदा एकत्रित कर मंदिर के लिए भूमि का समतलीकरण करवाया और एक वृहद मंदिर निर्माण का कार्य शुरू किया

  • मंदिर निर्माण में 51 लाख रुपये की लागत आई
  • कुल 48 खंभे और 80 फीट ऊंचा मंदिर तैयार किया गया।
  • निर्माण कार्य 90% पूरा हो चुका है और जल्द ही मंदिर का उद्घाटन किया जाएगा।

गांव की मान्यता और आस्था

गांववासियों के अनुसार, माता कंचन देवी की कृपा से इस गांव में कभी भीषण अकाल नहीं पड़ा। ग्रामीणों की मान्यता है कि माता की कृपा से यहां सुख-समृद्धि बनी रहती है। इस कारण, यहां हर वर्ष विशेष पूजा और भंडारे का आयोजन किया जाता है।

गांव के बुजुर्ग बताते हैं कि माता सती होने से पहले अपने पिता के घर से नंगे पैर आई थीं, और उन्होंने अपने पति के साथ सती होने का संकल्प लिया था। यह घटना आज भी ग्रामीणों के हृदय में बसी हुई है।

नया मंदिर और धार्मिक पर्यटन

नए मंदिर के निर्माण के साथ, अब यह स्थान श्रद्धालुओं और धार्मिक पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बनने जा रहा है। इस मंदिर का भव्य रूप श्रद्धालुओं को इतिहास, परंपरा और आस्था से जोड़ने का कार्य करेगा।

गांववासी जल्द ही मंदिर के उद्घाटन की तैयारियों में जुट गए हैं, जिससे यह ऐतिहासिक स्थल एक महत्वपूर्ण धार्मिक केंद्र बन सके।

सती माता कंचन देवी का मंदिर केवल एक धार्मिक स्थल नहीं, बल्कि त्याग, आस्था और श्रद्धा का प्रतीक भी है। गांववासियों के अथक प्रयासों से इस ऐतिहासिक मंदिर का पुनर्निर्माण संभव हो पाया है। आने वाले समय में यह मंदिर न केवल स्थानीय लोगों के लिए, बल्कि पूरे क्षेत्र के श्रद्धालुओं के लिए एक पवित्र धरोहर साबित होगा।

सती माता कंचन देवी मंदिर – तलावड़ा, सवाई माधोपुर